प्रबन्धक जी का सन्देश
महाविद्यालय की स्थापना ग्रामीण क्षेत्र के साधन विहीन, निर्धन किसानों, दलितों, पिछड़ों एवं अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र / छात्राओं को उच्च शिक्षा का सुअवसर प्रदान करने तथा उनके शैक्षिक उन्नयन एवं चारित्रिक गठन के लिए की गई है | महाविद्यालय अपने उद्देश्य में सत् प्रयत्नशील है, सम्प्रति महाविद्यालय का दो मंजिला भवन सम्पूर्ण वांछित साज-सज्जाओं एवं भौतिक सुविधाओं से युक्त है | महाविद्यालय की प्रबन्ध समिति हमेशा महाविद्यालय तथा छात्र-छात्र / छात्राओं के विकास हेतु सतत प्रयत्नशील है | मुझे विश्वास है कि इस महाविद्यालय में आप अनुशासन का पालन करते हुए अध्ययन एवं अध्यापन में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे तथा अपने स्वर्णिम भविष्य के निर्माण में सफल रहेंगे |ब्रह्म प्रकाश सिंह
प्रबन्धक
मो. 000000000